आचार्य श्रीराम शर्मा >> ईश्वर कौन है ? कहाँ है ? कैसा है ? ईश्वर कौन है ? कहाँ है ? कैसा है ?श्रीराम शर्मा आचार्य
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ईश्वर है या नहीं
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
‘‘ईश्वर भी नहीं ? जीव भी नहीं ? कैसी विनाशकारी कल्पना है। नो गॉड। नो सोल ? ड्रैडफुल एनिहिलेशन, वह एक ऐसे उन्मत (नास्तिक) का प्रलाप है, जो अपनी दूषित कल्पना के आधार पर विश्व रचना की, सामग्री की, चिनगारियों की एक निरंतर श्रृंखला को देखता रहता है और उसका कर्ता किसी को नहीं मानता वह कहता है कि यह सामग्री स्वयं ही प्रकट हुई है, स्वयं ही स्थित है, स्वयं ही विकसित होती है। वह कहता है कि वह समस्त सृष्टि चलती जा रही है, पर उसका कोई स्रोत नहीं। इसका कोई कारण भी नहीं है। इस प्रकार उसकी सृष्टि में यह अनंत-चक्र’ अंधा, निष्क्रिय और अकारण है।’’
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